बदलते समय के साथ हर चीज़ तथा जगह बदलाव देखने को मिल रहा है। अब चाहे वो शिक्षा पद्धति हो या खेती करने की पद्धति। आपको हर जगह बदलाव देखने को मिलेगा में। जहां पहले किसान पारम्परिक खेती करते थे वही अब उन्नत एवं उद्यानिक खेती की तरफ रुख मोड़ रहें हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको ये बताएंगे कि किसान किस तरह पिंक ताइवान यानि लाल अमरूद की खेती से किस तरह लाभ कमाकर अन्य किसानों को लाल अमरूद की खेती के तरफ प्रेरित कर रहें हैं।
ऐसे करें लाल हीरे की खेती
उन्नत किस्म की पिंक ताइवान अमरूद को लोग लाल हीरा के नाम से भी पहचानते हैं। अगर हम बात करें लाल हीरा की खेती की तो ये यूपी में बहुत अधिक संख्या में की जाती है। यूपी के अधिकतर किसान अमरूद की खेती कर लाखों रुपए कमा रहे हैं। अगर आप अमरूद की खेती करना चाहते हैं तो सबसे पहले खेत की जुताई कर उसमें उर्वरक का छिड़काव करें और मिट्टी को भुरभुरी बनाएं। जानकारी के मुताबिक अमरूद की खेती के लिए दोमट मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है फिर आप इसमें क्यारी बनाएं साथ ही जल निकासी की भी व्यवस्था रखें ताकि जल का जमाव न हो सके।
मिलेगा अधिक लाभ
आपने जो क्यारियां बनाई है उसे पर 6*6 मीटर की दूरी का ध्यान रखते हुए पौधे लगाना प्रारंभ करें। आप एक-एकड़ जीमन में अमरूद के लगभग 110 पौधे लगा सकते हैं। पौधे लगाने के बाद आप इसका विशेष ध्यान रखें ताकि इस पर कीट आदि न लगे। आप इसपर बैगिंग कर दे जिससे आपको किट से छुटकारा मिलेगी। फिर आपकी इसकी सिंचाई करें और ध्यान रखें। कुछ दिनों बाद आपका पौध तैयार हो जाएगा और आप इससे अच्छ अच्छी खासी लागत प्राप्त कर सकते हैं। इसकी खेती में आपको अधिक मेहनत नहीं करना होगा परन्तु लाभ अधिक मिलेगा।