केंद्र सरकार द्वारा ये विचार विमर्श हुआ है कि लग्जरी वस्तुओं पर 40 फीसदी अधिक टैक्स लगेंगे। क्योंकि सरकार को ऐसा लगता है कि अगर हम टैक्स बढ़ा देंगे तो रेवेन्यू अधिक होगी साथ ही इनके खपत के नियंत्रण हेतु सहायता भी मिल जाएगी। जब लग्जरी समान जैसे तम्बाकू उत्पाद, शराब, पान मसाला, बड़े घर तथा महंगी गाड़ियों पर अधिक कर मिलेगा तब इससे अधिक कमाई भी होगी जिन राशिओं को सरकार समाजिक कल्याण तथा इंफ्रा में उपयोग करेगी।

जीएसटी स्लैब पर चर्चा
वैसे तो अगली बैठक 3,4 सितम्बर को होने वाली है जिसमें ये निर्णय लिया जायेगा कि आखिर करना क्या है। वैसे जीएसटी को 4 स्लैब में रखा गया था जो अब घटकर 2 स्लैब होगा। हालांकि ये अभी प्रस्ताव के तौर पर है इसके ऊपर कोई फैसला नही सुनाया गया है।

लग्जरी सामानों पर लगेगा अधिक टैक्स
केंद्र सरकार द्वारा ये प्रस्ताव रखा गया है कि जीएसटी को 2 दरो में विभाजित किया जाए जो 5 फीसदी और 18 फीसदी तक ही हो। जो चीज़े मेरिट लिस्ट में आते हैं वो 5 फीसदी तथा जो मानक लिस्ट में आते हो वो 18 फीसदी हो। हलांकि अब इन्तजार ये है कि अगली बैठक में ये सभी प्रस्ताव स्वीकार किये जाते हैं या नहीं।

आम आदमी की होगी भलाई
बढ़ती महंगाई जीएसटी तथा टैक्स से आम अधिक परेशान है इसमें अगर केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी को लेकर कुछ अच्छा निर्णय लिया गया तो ये बेहद अच्छा और सभी के हित के लिए भी होगा। क्योंकि अधिकतर लोग कुछ सामग्रियां खरीदना तो चाहते हैं लेकिन जीएसटी के कारण उसे खरीदने में हिचकिचाते हैं।