आजकल हर जगह हर पेमेंट में यूपीआई का क्रेज देखने को मिल रहा है। अगर यह कहा जाए की यूपीआई ट्रांजैक्शन की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है तो यह बात गलत नहीं होगी। हमारा देश यूपीआई ट्रांजक्शन की वजह से ग्लोबल फार्स्ट पेमेंट लीडर है। ऐसे में आये दिन ये खबर मिलता रहता गया कि सरकार द्वारा यूपीआई ट्रांजक्शन पर चार्ज आदि लगने वाले हैं।
आखिर क्या है, यूपीआई ट्रांजक्शन को लेकर सच्चाई आइये करते हैं इस लेख द्वारा पूर्णतः स्पष्ट….
केंद्र द्वारा बीते दिन ये जानकारी पूरी तरह स्पष्ट हुई है कि ऑनलाइन पेमेंट को लेकर कोई शुक्ल नही लागू हुआ है। जिससे लोगों को राहत भरी राहत सांस मिली है। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2019 में सर्कुलर द्वारा ये आदेश दिया गया था कि बैंकों का ट्रांजक्शन वैल्यू पता करके उनका डिस्काउंट रेट ज्ञात किया जाए। ऐसे में आयकर अधिनियम द्वारा ये बताया गया है कि अगर कोई व्यक्ति ऑनलाइन पेमेंट प्राप्त करता है या पेमेंट ट्रांसफर करता है तो उसे कोई शुक्ल नहीं देने होंगे।
ऑनलाइन ट्रांजक्शन ने तोड़ा रिकॉर्ड
मिली हुई जानकारी के मुताबिक सरकार द्वारा ये निर्णय लिया गया है कि आपको ऑनलाइन ट्रांजक्शन के लिए कोई शुल्क नहीं चुकाने होंगे। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2025 में ऑनलाइन ट्रांजक्शन ने रिकॉर्ड तोड़ा है। जुलाई माह में सिर्फ 1,946.79 करोड़ रुपए का ट्रांजक्शन हुआ है।
ऐसे में जो लोग ऑनलाइन ट्रांजक्शन करते हैं
वो पूरी तरह निश्चिंत हो जाये कि उन्हें ऑनलाइन ट्रांजक्शन करने के दौरान किसी भी तरह की का कोई शुक्ल चुकाना होगा। हमारा देश एक विकसित देश तो नहीं बल्कि हर क्षेत्र में विकाशील हो रहा है। ऐसे में लोग हर जगह हर चीज़ को लेकर काफी पोजेटिव और अच्छी तरह सहनशील रह रहें हैं।