आजकल के युग में आजीविका के लिए लोग कई तरह के व्यवसाय अपना रहे हैं उसी में से एक है फीस फार्मिंग। जिसके जरिए लोग सफलता हासिल कर लाखों रुपए अर्जित करने में सक्षम हो रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसे किसान से रूबरू कराएंगे जो फिर फार्मिंग द्वारा अच्छी कमाई कर अन्य किसानों के लिए प्ररेणास्त्रोत बने हुए हैं।
इस तकलीफ द्वारा करें मत्स्यपालन
छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखने वाले मदन राम फीस फार्मिंग द्वारा अपने यहां के लोगों के लिए उदाहरण बने है। वह अपने 30 डिसमिल जगह में तालाब तैयार कर मछली पालन कर रहे हैं। उन्होंने तलाब का निर्माण बायोफ़्लोक पद्धति द्वारा की है ताकि तालाब सुरक्षित हो और मछलियों को शुद्धता मिले। तलाब में ऑक्सीजन हेतु मशीन तथा जेनरेटर आदि लगें हैं।

बने आत्मनिर्भर
वह बताते हैं कि मैं अपने मत्स्य पालन से हर वर्ष लगभग 2 लख रुपए आय प्राप्त करता हूं। मैं उन मछलियों को संतुलित भोजन देता हूं उन्हें उचित आवाज तथा शुद्ध वातावरण के वजह से अच्छी गुण की मछलियां मिलती है तथा उनका विकास भी अच्छी तरह होता है। प्रारंभिक दौर में उन्होंने मछलियों के बीज खरीद कर तालाब में बीज डाला था परंतु अब उन्हें ये खरीदना नहीं पड़ता क्योंकि मछलियां स्वयं बीज का निर्माण कर रही हैं। वह बताते हैं कि अगर आप मछली पालन करना चाहते हैं तो प्रधानमंत्री मत्स्य पालन योजना का लाभ उठा सकते हैं। जिसमें आपको 60 फ़ीसदी सब्सिडी मिल जाएगी। आप मत्स्य पालन कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
