बिहार में नदियों की उफान अपने चरन सीमा पर है जिस कारण यहां के लोव बाढ़ से पीड़ित होकर बेघर हो चुके है। बाढ़ की चपेट से राहत पाने हेतु जल संसाधन विभाग द्वारा अहम निर्णय लिया गया है। केन्दीय आयोग द्वारा पीएफर को हरी झंडी मिल चुकी है। अब बहुत ही जल्द बाढ़, पीने योग्य पानी तथा सिंचाई के मामले में लाभ मिलेगा।

बनेगा 3 दराज
बिहार के सभी जिलों को अब बाढ़ से राहत मिलेगी। यहां बागमती नदी पर 2 बराज तथा महानंदा नदी पर 1 बराज बनेंगे। अब डिपार्टमेंट द्वारा परियोजना के निर्माण हेतु सभी जानकारी तथा रिपोर्ट को इकठ्ठा करने में लगी हुई है। बराज बनने के उपरांत अब बिहार में 6 बराज होंगे। वैसे तो बिहार राज्य के कोशी तथा सोन नदी पर बराज है लेकिन बागमती तथा महानन्दा नदी पर नही जिस कारण यहां के लोग बाढ़ से परेशान रहते हैं।

मिलेगा सिंचाई के क्षेत्र में मदद
बिहार सरकार द्वारा लिया गया अहम फैसला बेहद जरूरी है। अब ये कार्य केंद्र सरकार की मदद से काफी तेजी से अग्रसर है। जल मंत्री कहते हैं कि बहुत जल्द डीआरडीई पूरा होने के उपरांत इसका कर प्रारंभ होगा तथा फंडिंग का मांग किया जाएगा। इन बराज द्वारा सिर्फ बाढ़ में मदद नही मिलेगी बल्कि सिंचाई सम्बन्धी समस्या दूर होगी और खेती हरा भरा होगा।

मिलेगा कई जिलों को मदद
जहां बाढ़ के वजह से कोशी, तिरहुत प्रमंडल में फसले नष्ट हो जाते थे अब ऐसा कुछ नहीं होगा। जिससे उन्हें आर्थिक क्षेत्र में भी काफी मदद मिलेगी। उम्मीद है ये कार्य 2026 यानि अगले वर्ष कार्य प्रारंभ होगा। इस बराज से बिहार राज्य के अन्य कई जिलों को बेहद लाभ मिलेगा।