हमारे देश के परिवहन व्यवस्था को राजमार्ग का रीढ़ माना जाता है क्योंकि इसी राजमार्ग की बदौलत गांव, शहर राज्य एक दूसरे से जुड़ते हैं। इससे हमारे देश म राज्यों का विकास होने के साथ औद्योगिक क्षेत्र में भी उन्नति होती है। परन्तु इनके देखभाल हेतु हमारे सरकार द्वारा परिवहन यात्री को टैक्स भरपाया कराया जाता है। ऐसे में आप अगर ये जानना चाहते हैं कि आखिर किन किन जगहों पर टोल टैक्स भरना पड़ता है तो इस लेख पर बने रहें।

लें विस्तृत जानकारी
हमारे देश के राष्ट्रीय राज्यमार्गों यानि जिसे हम सभी NHs के नाम से जानते हैं यहां लगभग 1087 टोल प्लाजा है। जिनका प्राधिकरण NHAI द्वारा किया जाता है जिन्हें यूजर फी प्लाजा के नाम से जाना जाता है। यहां लगभग 457 टोल प्लाजा हैं और 3000 से अधिक टोल बूथ है।
हैं लगभग 3 हज़ार टोल बूथ
भारत के राजस्थान में सबसे अधिक टोल प्लाजा है क्योंकि यहां की सड़कें दिल्ली, गुजरात तथा मध्यप्रदेश को जोड़ती है। यहां लगभग 156 टोल प्लाजा है। उसके बाद नाम आता है उत्तर प्रदेश का जहां 97 टोल प्लाजा है। आगे है मध्यप्रदेश जहां 90 टोल प्लाजा है। फिर महाराष्ट्र और तमिलनाडु जहां 89 और 78 टोलप्लाजा है। वही आंध्रप्रदेश में 72 और दिल्ली एनसीआर में 60 टोल प्लाजा है।

इसके उपरांत नाम आता है गुजरात और कर्नाटक का जहां 58 और 55 टोल प्लाजा है। आगे हरियाणा है जहां 45 टोल प्लाजा है। फिर नाम है पंजाब और केरल का जहां 40 और 35 टोल प्लाजा है। ये टोल प्लाजा हमारे सरकार द्वारा तय किये गए और यहां मिलने वाले टोल टैक्स से सड़कों का ध्यान रखा जाता है।